sakshi choubey
271 अंक
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MY name is Sakshi Choubey. I m a banker by profession. I love blogging I work as a writer in my part-time.i am an Indian girl.belongs to MP.
सुकरात एक ग्रीक दार्शनिक थे, उनके विचार हमारे लिए हमेशा प्रेरणा का स्रोत रहेंगे आज हम उनके कुछ विचारो पर चर्चा करते है |
जहाँ सम्मान है, वहां डर है लेकिन ऐसी हर जगह सम्मान नहीं है, जहाँ डर है क्योंकि संभवत: डर, सम्मान से ज्यादा व्यापक है:- डर और सम्मान का सम्बन्ध बताया है हमारे पहले विचार में, हमेशा जहाँ सम्मान है वहाँ डर की भावना देखने को मिलेगी, परन्तु डर वाली हर जगह पर आपको सम्मान मिलेगा यह जरुरी नहीं |
एक ईमानदार आदमी हमेशा एक बच्चा होता है।:- हमें पता है बच्चे भगवान का रूप है उनके मन में कोई छल-कपट नहीं है इसलिए सुकरात जी ने बच्चो को सबसे ईमानदार बताया उनके विचारो में |
चाहे जो हो जाये, शादी कीजिये। अगर अच्छी पत्नी मिली, तो आपकी जिन्दगी खुशहाल रहेगी, अगर बुरी पत्नी मिलेगी, तो आप दार्शनिक बन जायेंगे।:- अपने विचार में सुकरात जी ने बताया है की शादी करना बहुत जरुरी है, खुशहाल जीवन या दार्शनिक जीवन इसी पर निर्भर है |
झूठे शब्द सिर्फ खुद में बुरे नहीं होते बल्कि वो आपकी आत्मा को भी बुराई संक्रमित कर देते हैं।:- झूठ से कभी किसी का भला नहीं हुआ है, सुकरात जी ने भी अपने विचारो में बताया है झूठ आपकी आत्मा तक को खखोर देता है |
मूल्यहीन व्यक्ति केवल खाने और पीने के लिए जीते हैं, मूल्यवान व्यक्ति केवल जीने के लिए खाते और पीते हैं।:- जीवन का हर इंसान के लिए मतलब बताते हुए गुरु जी ने कहा है की कुछ लोग खाने पीने के लिए जीते है और कुछ जीने के लिए खाते है|
मृत्यु संभवत: मानवीय वरदानों में सबसे महान है।:- मृत्यु ही हमारे जीवन में निश्चित है जो आना ही है, जन्म से ही हमारे अंत का वरदान लेकर आते है |
अधिकतर आपकी गहन इच्छाओं से ही घोर नफरत पैदा होती है:- कभी कभी हमारी इच्छाए हद से ज्यादा बढ़ जाती है जिसका दुष्प्रभाव हमारी जिंदगी में हमें देखने को मिलता है |
मैं सभी जीवित लोगों में सबसे बुद्धिमान हूँ क्युकी मैं ये जानता हूँ कि मैं कुछ नहीं जानता हूँ।:-अपने आप को बुद्दिमान समझना इसलिए जरुरी है क्युकी हम हमारे ज्ञान को दुसरो तक पहुंचा सके और अधिक ज्ञान प्राप्त कर सके |
सिर्फ जीना मायने नहीं रखता, सच्चाई से जीना मायने रखता है।:-जीवन को सिर्फ जीना नहीं चाहिए बल्कि पूरी ईमानदारी और सच्चाई के साथ उसे जीना चाहिए |
मित्रता करने में धीमे रहिये लेकिन जब कर लीजिये तो उसे मजबूती से निभाइए और उस पर स्थिर रहिये।:- मित्रता का महत्व बताया है गुरु जी ने इस विचार में, अच्छे मित्र बहुत मुश्किल से मिलते है अगर आपको वो मिल जाते है तो उनके साथ रहिए |
जिंदगी नहीं, बल्कि एक अच्छी जिंदगी को महत्ता देनी चाहिए।:- जिंदगी हमें फ्री में मिली है उसे अच्छी तरह से जीना और अपने जीवन को मूल्यवान बनाना हमारा मकसद होना चाहिए |
हर व्यक्ति की आत्मा अमर होती है लेकिन जो व्यक्ति नेक होते हैं उनकी आत्मा अमर और दिव्य होती है।:-हम सभी को पता है हमारा शरीर अंत में मिटटी में मिलना है और हमारा आत्मा इस शरीर को त्याग देगी वह कभी नष्ट नहीं होती है परन्तु हमारे अच्छे और सच्चे कार्य की वजह से हमारी आत्मा अमर के साथ दिव्य भी हो जाता है और युगो तक लोगो के मन में निवास करती है |
हमारी प्रार्थना बस सामान्य रूप से आशीर्वाद के लिए होनी चाहिए क्युकी भगवान जानते हैं कि हमारे लिए क्या अच्छा है:- जो भगवान ने सोचा है हमारे लिए वही मिलेगा इसलिए भगवान को हमेशा धन्यवाद और प्रार्थना में ही याद करे|
शादी या ब्रह्मचर्य, आदमी चाहे जो भी रास्ता चुन ले, उसे बाद में पछताना ही पड़ता है।:-ये विचार गुरु जी इंसान के कर्म और किस्मत को ध्यान में रख कर कहा है इंसान को हमेशा हर रास्ते में परेशानियों का सामना करना ही पड़ता है |
वो सबसे धनवान है जो कम से कम में संतुष्ट है क्युकी संतुष्टि प्रकृति की दौलत है।:- कुछ भी काम करो आप को बस ख़ुशी और संतुष्टि होनी चाहिए |
इस दुनिया में सम्मान से जीने का सबसे महान तरीका है कि हम वो बनें जो हम होने का दिखावा करते है।:-हम सभी महान बनना चाहते है, परन्तु हम दिखावा भी उतना ही करते है इसलिए जो दिखावा कर रहे है उसे हासिल करके देखे शांति जरूर मिलेगी |
अपना समय औरों के लेखों से खुद को सुधारने में लगाइए, ताकि आप उन चीजों को आसानी से जान पाएं जिसके लिए औरों ने कठिन मेहनत की है।:- दुसरो की जिंदगी से सीख ले उनकी मेहनत को समझे और अपनी जिंदगी में अमल करे |
जहाँ तक मेरा सवाल है, मैं बस इतना जानता हूँ कि मैं कुछ नहीं जानता।:- हमें हमेशा जरूरत से ज्यादा कुछ सोचने की जरूरत नहीं होती है हम क्या जानते है क्या नहीं हमे पता है |
सौंदर्य एक अल्पकालिक अत्याचार है।:- सुंदरता बहुत सुन्दर तोहफा है परन्तु यह हमारी कल्पना से परे कब हमें नुकसान करने लगती है हमें पता भी नहीं चलता |
मैं किसी को कुछ भी नहीं सिखा सकता, मैं सिर्फ उनकी सोच बना सकता हूँ।:- किसी को कुछ सीखना बहुत मुश्किल है हम बस उनकी सोच पर अपनी सोच का प्रभाव डाल सकते है |
अपने आप को खोजने के लिए, खुद के प्रति सोचो।:- हम क्या है और क्या कर सकते है ये जानने के लिए हमें खुद के बारे में ही सोचना पड़ेगा |