sakshi choubey
271 अंक
Quick Learner
MY name is Sakshi Choubey. I m a banker by profession. I love blogging I work as a writer in my part-time.i am an Indian girl.belongs to MP.
आज की आधुनिक जिंदगी में सुविधाएँ बढ़ने के साथ-साथ लोगो की चिंता भी बढ़ रही है |जिससे आए दिन नई बीमारी का जन्म भी हो रहा है, सभी की चिंता और उसका कारण अलग-अलग है | चिंता एक मानसिक तनाव है यह कोई बीमारी तो नहीं है परन्तु एक बीमारी की तरह ही ये मनुष्य की जिंदगी पर प्रभाव करती है |चिंता इंसान की जिंदगी कुछ इस तरह से बदल देती है जिसमे आपको सही गलत समझ नहीं आता, आप खुद को अकेला करने लगते है, चिंता का सीधा असर हमारे स्वस्थ पर पड़ता है |
5 उपाय चिंता को दूर करने के
चिंता में हमेशा धैर्य से काम लेना चाहिए, किसी भी काम के लिए जरूरत से ज्यादा समय और जरूरत से ज्यादा प्राथमिकता चिंता को उत्पन्न करता है, हमें बस हमारा 100% देना चाहिए भविष्य में होने वाला परिणाम आपकी मेहनत पर ही निर्भर करता है इसलिए चिंता करने से किसी समस्या का हल नहीं निकला जा सकता है |
खुश रहे :-
जब आपका काम पूरा हो जाये तब बेहतर होगा की आप थोडा ब्रेक लेकर आराम कर ले और उस समय में हँसने की कोशिश करे और हँसते रहे।चिंता से दूर कहने का सबसे अच्छा उपाय खुश रहना, हमेशा हमारे समय से कुछ पल ख़ुशी के निकलने से चिंता बहुत दूर भाग जाती है | खुद पर हमेशा विश्वास करे जो होगा अच्छे के लिए ही होगा और जो होना है उसे कोई नहीं टाल सकता है व्यर्थ की चिंता करने से बस परेशानिया बढ़ती है |हर इंसान के पास आज कल चिंता का विषय होता ही है परन्तु कोशिश करे हमारी जिंदगी में खुश रहने के मोके बढ़ाए इससे आपका मानसिक तनाव कई हद तक काम होगा |
पर्याप्त नींद ले :-
पर्याप्त नींद ना होने की वजह से आपको कभी-कभी गंभीर समस्या भी हो सकती है। इसका असर सिर्फ आपके शारीरिक स्वास्थ ही नही बल्कि नींद ना होने से आपकी चिंता और तनाव और भी बढ़ जाती है। और कभी-कभी तो इससे कष्टदायक समस्या भी हो सकती है और चक्कर भी आ सकते है। इसीलिए जब भी आपको चिंता हो तो 7 से 9 घंटो तक सोने की कोशिश करे। ऐसा करने से आपका दिन चिंतामुक्त हो जायेगा |
शांत रहे :-
जब आप पूरी तरह से चिंता से ग्रस्त हो तब शांत ही रहने की कोशिश करे। मतलब ना ही किसी फोन का उपयोग करे, ना ईमेल करे, ना टीवी देखे, ना न्यूज़ देखे और कुछ भी ना करे। लोगो को इस बात का अंदाज़ा होने दीजिये की आप चिंता में नही है और फ्री है। क्योकि अभ्यास से यह पता चला है की शोरगुल से आपकी चिंता का स्तर और भी बढ़ जाता है। इसीलिए दैनिक जीवन में काम करने के साथ-साथ कुछ समय शांत रहना भी बहुत जरुरी है।गुस्से पर काबू करने की कोशिश करे क्युकी गुस्सा आपके तनाव को बढ़ा सकता है |
अच्छा खाना खाये :-
चिंता सीधे हमारे शरीर पर प्रहार करती है – हमारी भूख बदल सकती है या हम लगातार किसी खाद्य पदार्थ की लालसा करते रहते है। लेकिन शरीर को स्वस्थ रखने के लिए आपको न्यूट्रीशन से भरपूर खाद्य जैसे विटामिन बी और ओमेगा 3 से युक्त खाद्य और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर खाद्य पदार्थ खाने की जरुरत है। अभ्यास से यह पता चला है की विटामिन बी मानसिक स्वास्थ के लिए अच्छा है और ओमेगा 3 एस से आपकी चिंता भी दूर होती है। जबकि कार्बोहाइड्रेट से आपका शरीर शांत और स्वस्थ रहता है। और अभ्यास से यह भी पता चला है की शक्कर युक्त खाद्य पदार्थ खाने से आपकी चिंता और आपका तनाव और भी बढ़ सकता है।
व्यायाम करे-खेलकूद करे :-
चिंता के समय आप पालतू जानवरों के साथ समय बिता सकते हो या उनके साथ खेल भी सकते हो। हमें चिंता को खुद से दूर रखना है तो दिमाग को व्यस्त और स्वस्थ रखने की कोशिश करे, इसके लिए आप अपने किसी दोस्त के पालतू कुत्ते को कही बाहर टहलने भी ले जा सकते हो या फिर किसी नवजात शिशु के साथ खेल भी सकते हो। हमेशा सुबह जल्दी उठे, सुबह की हवा आपको अलग ही अहसास प्रदान करेगी, प्रतिदिन व्यायाम करे, योग करे, अपने मन को हल्का करने के लिए मनोरंजन का भी सहारा ले |
निष्कर्ष:-
"चिंता चिता का घर है" इससे किसी का भला नहीं होता है व्यर्थ का मानसिक तनाव है, ऊपर बताए गए चिंता के कारण और उपाय पर विचार कर चिंता से मुक्ति पाई जा सकती है परन्तु अगर चिंता अधिक हो जाती है तो हमें अच्छे चिकत्सक से भी सलाह ले सकते है|