Roshan Jahan Roshan
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जहां चाह है वहीं राह है।
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चोरी -
यदि कोई व्यक्ति चोरी करता है और वह यह सोचता है कि ऐसा करने से वह अपने जीवन में खुशियां और अपनी जरूरतों को हासिल कर सकता है I तो यह उसकी बहुत बड़ी भूल है I चोरी करते वक्त आपको इस बात का अंदाज़ा नहीं होगा कि अगर आपका यह रूप सबके सामने आ गया तो आपका चरित्र किस कदर नष्ट हो जाएगा I चोरी एक बहुत ही बुरी आदत है जो इंसान के चरित्र को बरबाद कर देता है I किसी की वस्तु, पैसा, या सामान चुरा के कोई कभी अमीर नहीं बन सकता जबकि खुद की नजर में भी गिर जाएगा।
निंदा -
निंदा को अपने अंदर से हटाना चाहिए I हम किसी की बुराइयों को दोष को लेकर चर्चा करते हैं तो ऐसा करने से हम उस व्यक्ति का नही, जबकि खुद का चरित्र नष्ट कर देते हैं। हमे खुद के अंदर की बुराइयों को निकालना चाहिए I ना कि दूसरो कि बुराइयों को कर के अपने आप को बड़ा करें, यह चरित्र पर एक गलत प्रभाव डालता है।
झूठ -
झूठ वह कीड़ा है जो आपको खोखला कर देता है I झूठ से बना कोई रिश्ता, कोई भी कार्य, कभी भी सफल नहीं हो सकता I यदि कोई एक सच को छुपाने के लिए दस झूठ का सहारा ले रहा तो वह बहुत गलत कर रहा है I जो भी बात हो उसे साफ-साफ बोल देना चाहिए I झूठ बोल कर हम उस बात को और गलत बना सकते हैं I साथ ही हमारा चरित्र भी नष्ट हो जाता है। जो व्यक्ति झूठ बोलता है, लोग कभी उसकी बातों पर भरोसा नहीं करते I कई बार अगर वह सच भी बोले फिर भी उसे झूठा है समझा जाएगा I क्योंकि उसका चरित्र ही इसी प्रकार लोगों के सामने बन जाता है।
यह तीनों बातें इंसान अगर अपने अंदर रखेगा तो यह उसके चरित्र को पल भर में नष्ट कर देगा।
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