स्वयं अनुशासित कैसे रहे -21 तरीके

स्वयं अनुशासित कैसे रहे -21 तरीके

  

स्वयं का स्वयं पर शासन आत्म-अनुशासन है | आत्म-अनुशासन उस ताले की चाबी है जिसे कामयाबी या सफलता कहा जाता है | कुछ तरीके जिससे हमें सीखने को मिलेगा कैसे अनुशासन को अपनी जिंदगी में लाए|

1 हर दिन का महत्त्व समझना होगा :-

हर इंसान के जीवन का हर एक दिन बहुत ही महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इंसान की जितनी उम्र होती है उस उम्र का 50% तो आदमी सोने में ही निकाल देता है बाकी बचा हुआ 50% बाकी सब कामों के लिए होता है I इसीलिए हर दिन की हर पल की महत्वता को समझिए और उसी के अनुसार काम कीजिए |

2 समय का महत्त्व :-

किसी काम में देरी ना करें जो काम जिस समय करना है उसी समय कर डालिए क्योंकि बीता हुआ समय कभी वापस नहीं आता, अगर आप हर काम को टाइम पर करने लगेंगे तो यह आपके अंदर एक सेल्फ डिसिप्लिन (self discipline) का हिस्सा बन जाएगा और दूसरे लोग भी आप को फॉलो (follow) करने लगेंगे कि देखो यह आदमी अपने टाइम का एकदम पक्का है |

3 महत्वाकांक्षा को बढ़ाएं :-

महत्वकांशा का मतलब है कि आप एक चीज को लेकर स्थिर ना रहें अपनी जरूरतें बढ़ाते रहें क्योंकि अगर आपने अपनी सोच अपनी जरूरतें स्थित कर ली तो आप शायद सेल्फ डिसिप्लिन (self discipline) करना छोड़ देंगे |

4 सुबह जल्दी कैसे उठे:-

क्योंकि जो काम आज तक आप करते आए हैं उस काम को करने में आपको बहुत ज्यादा सेल्फ डिसिप्लिन (self discipline) रहने की जरूरत नहीं है और यदि आपने कुछ दिन ऐसा ही किया तो आप यह सब कुछ भूलने लगते हैं इसीलिए नई-नई महत्वकांशी रखें नए-नए काम करने के बारे में सोचें और उनके प्रति स्वयं को अनुशासित रखें |

5 चैलेंज स्वीकार करने के लिए तैयार रहें :-

जब आप अपने आप को अनुशासित करना शुरु करते हैं तो आपके सामने बहुत सारे चैलेंज (challenges) आते हैं किन्तु आपको यह चैलेंज स्वीकार करने हैं और इनका पूरी तरीके से सामना करना है और इनसे पीछा छुड़ाकर नहीं भागना इनका सामना करें और इनके समाधान ढूंढो |

क्योंकि अगर आपने इन से पीछा छुड़ा लिया और इनका कोई समाधान नहीं ढूंढा तो यह आपको आज नहीं तो कल फिर से परेशान करेंगे और आपको अनुशासित नहीं रहने देंगे I इसीलिए सेल्फ डिसिप्लिन (self discipline) रहने का सबसे अच्छा तरीका है चैलेंज को स्वीकार कीजिए और उनके समाधान ढूंढिए |

6 अपने रूटीन पर सख्त रहें:-

अपने पूरे दिन का एक टाइम टेबल (time table) बनाएं, जिसे आप रूटीन (routne) भी कह सकते हैं यानी आप अपने पूरे दिन के काम करने के तौर तरीकों की एक प्रक्रिया बनाएं और उस प्रक्रिया को लिखकर रखें I उसमें आप को अगर कुछ बदलाव की जरूरत पड़े तो उसमें बदलाव भी कर सकते हैं लेकिन ध्यान रहे कि उसमें आपका कोई भी कंफर्ट जोन (comfort zone) नहीं होना चाहिए |

7 कम्फर्ट जोन छोड़े :-

अगर आपने उसमें एक भी कंफर्ट जोन (comfort zone) अपने लिए रखा तो आप सेल्फ डिसिप्लिन (self discipline) नहीं रहेंगे I जब आपका पूरे दिन का टाइम टेबल (time table) बनकर तैयार हो जाए तो आप उसको फोलो कीजिए और उसी के अनुसार टाइम टू टाइम (time to time) काम कीजिए |

8- अपने विकास पर ध्यान दें :-

कोई इंसान अनुशासन को फॉलो करता है तो वैसे भी उसका विकास उसकी ग्रोथ (growth) स्वयं बढ़ने लगती है किन्तु इसके साथ-साथ आपको अपनी ग्रोथ पर ध्यान रखना होता है कि मेरी ग्रोथ उस हिसाब से हो रही है या नहीं जिस हिसाब से मेहनत कर रहा हूँ |

इसीलिए यह एनालाइज (analsis) कर लें जो वाकई मेरी मेहनत का फल मुझे मिल रहा है या नहीं उसके हिसाब से आप अपने आप को अनुशासित करें सेल्फ डिसिप्लिन करें, कैसे अपने जीवन की ग्रोथ बढ़ा सकें |

9 सकारात्मक सोच:-

यह जरुरी नहीं है की हमेशा हमारे साथ अच्छा ही हो कभी हमारा अच्छा समय आता है तो कभी बुरा, कभी सुख तो कभी दुःख | हमें कोई भी परिस्थिति में संयम नहीं खोना चाहिए और विवेक से काम लेना चाहिए |इसलिए हमेशा सकारात्मक सोचे, नकारात्मक सोच से हम परेशान रहने लगते है स्वाभाव भी चिड़चिड़ा हो जाता है इस स्थिति में आप कोई निर्णय नहीं ले पाते है और इससे अच्छा काम भी बिगड़ सकता है |

10 गलतियों को स्वीकार करे :-

हर इंसान से कभी कभी गलती होती है हर इंसान कोई कोई गलति अपनी जिंगदी में करता जरूर है ,परन्तु हमें हमेशा उस गलती से कुछ सीख लेते हुए आगे बढ़ना चाहिए और अपने आप को मजबूत बनाना चाहिए |

11 खुद पर विश्वास करे :-

जिंदगी में कुछ भी हो किसी भी परिस्तिथि हो हमेशा खुद पर विश्वास रखे, जो हम करेंगे या जो हम करना चाहते है वह सही है इतना विश्वास हमें अपने आप पर होना चाहिए |

12 नई चीजे सीखे :-

हमेशा हर छोटी से छोटी या बड़ी से बड़ी चीजों से जिंदगी की सीख ले यह आपको बेहतर बनाने में बहुत मदद करेगा |वह अपनी जिंदगी में सफलता और तरक्की दोनों हासिल करते हैं। रोज अपने आपको कुछ ना कुछ नई चीज को सीखने में डालने से कुछ नया सीखने को मिलता है और आप उसे काम में उपयोग कर सकते हैं। कहते हैं कि खाली दिमाग शैतान का घर होता है। इसीलिए रोज कुछ नया सीखते रहें और कामयाब बने।

13 स्वयं से प्यार करे :-

अगर आप खुद से प्यार करते है तभी दूसरे आपसे प्यार करेंगे, खुद को बेहतर अगर बनाना है तो खुद से प्यार करना बहुत जरुरी है जो हमें हमेशा एक आत्मविश्वास देगा |

14 समय को बर्बाद ना करे :-

जिंदगी में जो सबसे कीमती चीज है वो समय ही है जिसको सही तरह से उपोग करके हम हमरे सभी लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते है |समय की बर्बादी करने वाला स्वयं बर्बाद हो जाता है। समय को हलके, मध्यम या उत्तम काम में खर्च करते हैं तो बदले में भी वैसा ही फल प्राप्त होता है |

15 लक्ष्य निर्धारित करे :-

लक्ष्य का निर्धारण सही दिशा में होना बहुत जरुरी है बेहतर भविष्य के लिए बेहतर सोच का होना कितना जरुरी है यह बात पता होना चाहिए | लक्ष्यों का निर्धारण आपको योजना बनाने देता हैं कि आपको जीवन में कैसे आगे बढ़ना हैं। कुछ उपलब्धियों को हासिल करने में पूरा जीवन लग सकता है, वहीँ दूसरे कुछ को एक ही दिन में पूरा किया जा सकता हैं।

16 स्वस्थ रहे :-

अगर हम स्वस्थ रहेंगे, हमारा शरीर स्वस्थ रहेगा तभी हम जिंदगी में कुछ कर पाएंगे | सोच और समझ को बढ़ाने के लिए हमें स्वस्थ रहना कितना जरुरी है, आप जितना स्वस्थ रहेंगे उतना कार्य करने की क्षमता भी बढ़ती है |

17 सभी का सम्मान करे :-

हर सफल इंसान के पीछे किसी किसी व्यक्ति का हाथ होता ही है, इसलिए हमेशा हमारे बड़े और बुजुर्गो का सम्मान करे |हम खुद किसी को मन सम्मान नहीं देंगे तो दूसरे हमारा सम्मान क्यों करेंगे, हमारी युवा पीढ़ी हमारा भविष्य है इसलिए उनका भी सम्मान करे और यही संस्कार दे |

18 आत्म जागरूकता :-

शोध से पता चलता है कि आत्म-जागरूकता का सीधा संबंध भावनात्मक बुद्धि और सफलता से है। यह आपको प्राप्त करने योग्य लक्ष्यों को बनाने में मदद करता है क्योंकि आपको अपनी शक्तियों, कमजोरियों और लक्ष्यों को निर्धारित करने वाले संचालकों की जानकारी होती हैं। यह आपको अपने कौशल, वरीयताओं और प्रवृत्तियों के अनुकूल सर्वोत्तम अवसरों को चुनकर सही रास्ते पर आगे बढ़ने की अनुमति देता है।

19 दूर की सोच रखना :-

बड़ा लक्ष्य प्राप्त करने के लिए हमारी सोच बड़ी होना चाहिए, हमेशा आपकी योग्यता और अनुभव के साथ अपने लक्ष्य का विस्तार करे काफी मदद मिलेगी |

20 जोखिम उठाना सीखे :-

जिंदगी का ही अगला नाम जोखिम होना चाहिए, यहाँ हर पल क्या चीज आपके सामने आकर खड़ी हो जाएगी आपको नहीं पता इसलिए हर परेशानी के लिए तैयार रहना और जोखिमो से डरे बिना लड़ने की आदत डाल लेना चाहिए |

21 गुस्से पर नियंत्रण रखे :-

कोई भी ऐसी नकारात्मक बात जिससे आपको गुस्सा आने वाला हो, उसे तवज्जो ही ना दे, अगर जिंदगी में सच सफल होना है तो बस अपने गुस्से पर काबू कर लो आधी परेशानिया चली जाएगी |


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