सफलता पाने के लिए आवश्यक नीतियां

सफलता पाने के लिए आवश्यक नीतियां

  

मित्रों, यदि आपने आज के लेख का शीर्षक पढ़ा होगा तो आपको उसमें एक शब्द नजर आएगा, "सफलता"। यह शब्द पढ़ते ही आप में से कई लोगों के मन में वह सपने दोबारा से जागृत हो गए होंगे, जो आपने अपने लिए देखे हैं।

जी हां मित्रों, जीवन में सफलता पाना हर किसी का ख्वाब होता है। बचपन से ही हमें यह सिखाया जाता है कि हमें बड़े होकर पायलट, डॉक्टर, इंजीनियर या गायक या फिर फोटोग्राफर आदि बनना है। अर्थात अपनी पहचान बनाने और सफल होने का विचार बचपन से ही हमारे अंदर विकसित किया जाता है। और हो भी क्यों न?

जीवन को एक दिशा मिलना और इसे सफल बनाना ही इसकी सार्थकता का पैमाना है। हर व्यक्ति के मन में कई सारे सपने होते हैं जिन्हें वह पूरा करना चाहता है। ऐशो आराम की जिंदगी, लोकप्रियता, अलग पहचान धन - संपदा, यह सभी को चाहिए होती है। लेकिन सवाल यह उठता है कि सफलता के सपने देखने वाले लोगों में से आखिर कितने लोग सफल हो पाते हैं?

हकीकत यह है कि उन लोगों का प्रतिशत बहुत कम है जो अपनी जिंदगी में सफलता के आयाम छू पाते हैं। ज्यादातर लोग ऐसे हैं जो सफलता के सपने तो देख लेते हैं, लेकिन उन्हें पूरा नहीं कर पाते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि सफलता का मार्ग आसान नहीं है।

सफलता का मार्ग कठिनाइयों का मार्ग है, जहां से होकर गुजरना हर किसी के बस की बात नहीं होती। इसके लिए कुछ कर दिखाने का जज्बा, प्रेरणा और सही मार्गदर्शन अति आवश्यक है।

अब हम एक सवाल की तरफ जाते हैं जो कई लोगों के मन में निरंतर उठता रहता है। सवाल यह है कि

आखिर सफलता पाना इतना मुश्किल क्यों है?

तो मित्रों, सफलता पाने की प्रक्रिया को आप पर्वतारोहण की प्रक्रिया से तुलना कर सकते हैं। एक पर्वतारोही को पर्वत चढ़ने के क्रम में कई सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

सबसे पहले तो उसे अपने मन में यह दृढ़ निश्चय करना होता है कि वह इस दुर्गम पर्वत को चढ़ कर ही मानेगा।

उसके बाद उसे मार्ग में आने वाली कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसी प्रकार सफलता पाने के लिए सबसे जरूरी है कि हम अपने मन में दृढ़ निश्चय करें कि हमने जो ठाना है उसे करके दिखाएंगे।

उसके बाद उस रास्ते पर चलना जरूरी है और रास्ते में आने वाली सभी रुकावटों का सामना करना और जीत हासिल करना जरूरी है।

जिस प्रकार एक पर्वतारोही पर्वत चढ़ने के क्रम में कई बार गिरता, फिसलता और फिर उठ खड़ा होता है, ठीक उसी प्रकार सफलता के लिए कई बार असफलता से दो चार होना पड़ता है।

तब जाकर कहीं व्यक्ति सफलता के शिखर पर अपना परचम लहरा पाता है। सफलता पाने के लिए यह संघर्ष कई लोगों को विचलित करता है और इसीलिए वह अपने सपने को बीच में ही छोड़ देते हैं।

इसके कई कारण है। कुछ लोगों में दृढ़ निश्चय की बहुत कमी होती है। इसीलिए वह शुरुआत ही नहीं करते। कुछ लोग शुरुआत तो करते हैं लेकिन उनके पास ठोस रणनीति नहीं होती है जिसके अभाव में वह अपनी मंजिल तक नहीं पहुंच पाते।

आज के लेख में हम ऐसे ही लोगों की बात करने जा रहे हैं जिनके पास सफलता पाने का जज्बा तो है, लेकिन उनके पास रणनीतियों की कमी है।

ऐसे लोगों के लिए आज का यह लेख अत्यंत लाभदायक है क्योंकि इस लेख में उनकी लगभग सभी समस्याओं का हल छुपा हुआ है। तो आइए बिना देर किए जानते हैं कि यदि आप सफल होना चाहते हैं तो वह कौन सी नीतियां है जिनकी आप को लागू करने की आवश्यकता है। इस चर्चा को हमने बिंदुओं के रूप में पेश किया है जिन पर एक-एक करके आपको गौर करना होगा। आइए पहले बिंदु से शुरुआत करते हैं।

स्पष्ट दृष्टि/ दूरदर्शिता :

क्या आप जानते हैं कि दुनिया की सभी सफल लोगों ने उस क्षेत्र में अद्भुत सफलता पाई है जिसमें उनकी रूचि थी?

इसके साथ ही दुनिया के सबसे सफलतम लोगों में एक बात जो सामान्य है, वह यह है कि उन्होंने अपने समय से कई साल आगे की योजना बनाई थी। इसे दूरदर्शिता कहते हैं। इसीलिए उनकी सफलता क्षणिक नहीं, बल्कि स्थाई है।

उदाहरण स्वरूप जैफ बेजॉस जो कि अमेजॉन कंपनी के मालिक और दुनिया के सबसे अमीर आदमी है, उन्होंने ई-कॉमर्स के क्षेत्र में अपना बिजनेस तब शुरू किया था जब इंटरनेट को कोई जानता तक नहीं था।

उन्होंने उस समय बहुत बड़ा रिस्क लिया क्योंकि यह वह समय था जब लोगों के बीच इंटरनेट बिल्कुल लोकप्रिय नहीं था। लोग इसका नाम तक नहीं जानते थे। लेकिन आज की तारीख में वह इतने सफल है कि दुनिया में कोई भी उनके टक्कर का नहीं है। आखिर ऐसा कैसे हुआ?

उन्होंने ऐसे क्षेत्र में कदम रखा जिसमें नुकसान होने का बहुत बड़ा खतरा था। लेकिन फिर भी उन्होंने यह खतरा उठाया। यह उनकी स्पष्ट दृष्टि और दूरदर्शिता का उदाहरण है। वह जानते थे कि भले ही उस जमाने में इंटरनेट की लोकप्रियता काफी सीमित थी लेकिन उस समय से कुछ दशक बाद इंटरनेट अपनी लोकप्रियता की पराकाष्ठा तक पहुंच जाएगा।

उन्होंने इसी बात का फायदा उठाया और इसे अपनी रणनीति का हिस्सा बनाया। यही कारण है कि इंटरनेट की दुनिया में आज जो सबसे बड़ा नाम है।

सफल लोगों की रुचि, उनकी योजनाएं समय के साथ बदलती नहीं है बल्कि वह इस बात को लेकर बहुत स्पष्ट होते हैं कि वह जीवन में क्या करना चाहते हैं। यही कारण है कि वह अपने-अपने क्षेत्र में आज सफल है। यहीं पर कई लोग गलती कर जाते हैं। स्पष्ट दृष्टि और दूरदर्शिता सफलता के लिए सबसे जरूरी शर्तों में से एक है।

हम में से कई लोग ऐसे होते हैं जो आज कुछ करना चाहते हैं तो कल कुछ और। हमारी इच्छाएं और हमारी रुचि कुछ समय पर बदलती रहती हैं। यह प्रवृत्ति दर्शाती है कि अभी तक आपको यह नहीं पता चल पाया है कि सचमुच आप अपने जीवन में क्या करना चाहते हैं और किस क्षेत्र में करियर बना कर आप को सबसे अधिक खुशी मिलेगी।

आपको अपने लिए कुछ समय निकालना होगा और बैठकर यह तय करना होगा कि वह क्या है जो आप करना चाहते हैं। औरों की देखा देखी ना करें। किसी दूसरे व्यक्ति को सफल होता देख हम भी उसी क्षेत्र में अपने हाथ आजमाने की कोशिश करने लगते हैं, बजाय यह जाने कि हम उस क्षेत्र में रुचि रखते हैं भी या नहीं।

यही कारण है कि दूसरा व्यक्ति तो सफल हो जाता है लेकिन हम असफल रह जाते हैं। इसीलिए आपको खुद में यह स्पष्ट करना होगा कि आप किन कौशलों में बेहतर है। इसके बाद आपको अपने अंदर दूरदर्शिता का गुण विकसित करना होगा। कोई भी व्यापार तभी सफल होता है जब उस व्यापार में लंबे समय तक लाभ देने वाली नीतियों का समावेश किया जाता है।

आपने अपने लिए जो भी योजनाएं बनाई हैं, ध्यान रखें कि वह योजनाएं सिर्फ 1 या 2 साल तक लाभ देने वाले न हो, बल्कि लंबे समय तक आपको निरंतर लाभ देते रहे। आगे के समय को ध्यान में रखते हुए ही अपनी योजनाएं बनाएं और अपने समय से आगे की सोंचे।

शुरुआत करना :

पिछले बिंदु में हमने बात की थी कि किस तरह आपको अपने मन में स्पष्ट होने की जरूरत है। मस्तिष्क की मेहनत के बाद अब बारी आती है अपनी योजना को प्रदर्शित करने की।

यदि आपने सब कुछ सोच लिया है लेकिन उस दिशा में आप कार्य ही नहीं करेंगे तो सफलता सपना ही बनकर रह जाएगी। कई लोग शुरुआत करने के क्रम में ही हार मान लेते हैं। इसीलिए अपनी योजनाओं को अपने मन से बाहर निकाल कर असल जिंदगी में प्रयोग करना अति आवश्यक है। अतः शुरुआत करें।

हम में से कई लोगों की यह सोच होती है कि हम यह काम कल, परसों, कुछ हफ्ते या कुछ महीने बाद शुरू करेंगे। यह आपके लिए सबसे खराब आदतों में से एक बन सकता है। यह आपके आलस्य को दर्शाता है ।

और आलस्य मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु होता है। यदि आप बस सोचते ही रह जाएंगे तो दिन यूं ही बीत जाएंगे और आप कुछ नहीं कर पाएंगे। इसीलिए शुरुआत करें और सफलता के तरफ एक-एक करके अपने कदम बढ़ाए।

नियमितता या निरंतरता :

यह बिंदु अति आवश्यक है। यदि यह कहा जाए कि यह सफलता की सबसे बड़ी कुंजी है तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी।

आपने कछुए और खरगोश की कहानी तो जरूर सुनी होगी। खरगोश की चाल बहुत तेज होती है वहीं दूसरी तरफ कछुआ धीमी गति के लिए जाना जाता है। लेकिन फिर भी मशहूर कहानी में जहां कछुए और खरगोश की रेस हुई थी, वहां जीत कछुए की हुई थी। क्या आप जानते हैं कि कछुए की जीत के पीछे कारण क्या था ?

जी हां, हम सभी जानते हैं कि उस रेस में कछुआ इसीलिए जीत पाया क्योंकि उसने अपनी चाल को निरंतर बनाए रखा।

भले ही उसकी गति खरगोश के मुकाबले बहुत ही धीमी की लेकिन फिर भी उसने यह साबित कर दिया कि सफल होने के लिए केवल कौशल का होना आवश्यक नहीं है बल्कि निरंतरता ही सबसे बड़ा गुण है।

यह सफलता के मार्ग का सबसे कठिन चरण होता है। हम अपने लक्ष्य की तरफ कदम बढ़ाने की शुरुआत तो कर देते हैं और कुछ दिनों तक इस रास्ते में आ रहे रुकावटों का सामना भी करते हैं ।लेकिन धीरे-धीरे हमारी प्रेरणा, हमारा जोश कम होता जाता है और आखिरकार हम अपने प्रयासों को रोक देते हैं।

कुछ दिनों बाद जब फिर जरूरत महसूस होती है तो फिर हम उसे शुरू करते हैं लेकिन फिर कुछ दिनों बाद वही हाल होता है। यह नियमितता की कमी को दर्शाता है। उदाहरण स्वरूप यदि आप किसी प्रतियोगिता में सफल होना चाहते हैं तो 1 दिन 10 घंटे तक पढ़ाई कर लेने से आपको कुछ हासिल नहीं होगा। लेकिन वहीं यदि आप रोज़ नियम से मात्र 1 घंटे ही पढ़े तो आप देखेंगे कि 1 महीने के भीतर आप काफी अधिक प्रगति कर चुके हैं।

नियमितता का एक और उदाहरण अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और दास प्रथा खत्म करने वाले अब्राहम लिंकन है। उन्हें सफलता बहुत संघर्ष करने के बाद मिली थी। सालों साल तक वह अपने सपने को पूरा करने के लिए बिना रुके लगातार मेहनत करते रहे।

दोस्तों, उन्होंने लगातार कई बार चुनाव हारने के बाद भी अपने प्रयासों को जारी रखा, नियमितता बरकरार रखी और अंत में उन्होंने अपनी मंजिल पा ली। आपको भी यही करना है। चाहे कोई व्यापार हो या कोई प्रतियोगिता, एक बार शुरुआत करने के बाद आप को रुकना नहीं है। रोज थोड़ा-थोड़ा प्रयास करना है।

विकर्शन :

विकर्शन का अर्थ होता है ध्यान का भटकना। सफलता के मार्ग में आने वाली चुनौतियों में से एक है विकर्शन, जो अलग-अलग रूप में हमारे सामने आते हैं। कभी कोई त्यौहार, जहां हम खूब मौज मस्ती कर सकते हैं, तो कभी दोस्तों से मिलना जुलना । कभी परिवार के साथ हंसी ठिठोली करना तो कहीं घूमने जाना या फिर टीवी या इंटरनेट पर अपना मनोरंजन करना।

जब आप लगातार घंटों तक पढ़ाई करते हैं या अपने व्यापार को चमकाने की कोशिश में जुटे हुए रहते हैं तो आपका मन करता है कि थोड़ी देर आप मनोरंजन करें या अपने दोस्तों से मिलने जाए।और जब आप अपना मनोरंजन करने लगते हैं तो आपका मन फिर से काम में जुटने को नहीं करता क्योंकि यह तो मानव का स्वभाव है कि वह आराम करना अधिक पसंद करता है।

यही तो विकर्शन है। आपको इससे बच कर रहना होगा।

इसके लिए आपको लगातार अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रेरणा लेती रहनी होगी। सफल लोगों की जीवनी पढ़े, रोज़ कुछ ऐसा पढ़े जिससे आपको प्रेरणा मिले और आपका ध्यान केवल और केवल अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में केंद्रित हो जाए।

लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए किए गए प्रयास ही आपका मनोरंजन हो जाए, आपको इस स्तर पर अपने लक्ष्य से प्रेम करना होगा।

आखरी समय की मेहनत :

यह आज की चर्चा का आखिरी बिंदु है और सफलता के मार्ग का सबसे निर्णायक चरण है। सफलता की कसौटी सबसे मुश्किल तब हो जाती है जब व्यक्ति उसे पानी ही वाला होता है।

कई बार ऐसा होता है कि हम एक लंबे समय तक मेहनत करते हैं लेकिन हम अपनी कोशिश तब छोड़ देते हैं जब हम सफलता के बहुत करीब होते हैं। यही वह वक्त होता है जब आप को सबसे ज्यादा धैर्य बनाए रखने की जरूरत होती है।

याद रखिए, यदि उस वक्त आपने थोड़ी और मेहनत कर ली तो जीवन भर आराम से गुजार पाएंगे। आखरी समय की मेहनत ही सबसे जरूरी और निर्णायक साबित होती है। इसीलिए आपको अपने मन में यह दृढ़ निश्चय करना होगा कि आप तब तक नहीं रुकेंगे जब तक सफलता आपके कदमों में नहीं होगी।

निष्कर्ष :

तो मित्रों, यह था आज का लेख जिसमें हमने चर्चा की कि सफलता पाने के लिए वह कौन सी नीतियां है जिन्हें आपको अपनाना चाहिए। आशा है कि इस लेख को पढ़ने के बाद आप पूरी तरह से जोश से भर चुके होंगे और पूर्व में जो आपने गलतियां की है उन्हें सुधार पाएंगे।

इस लेख का उद्देश्य यही है की आप इसमें बताए गए बिंदुओं को अपने जीवन में उतार ले और जब भी परीक्षा की घड़ी आए तब आप इन सभी नीतियों को लागू करें। इस लेख के अंत में हम अपने सभी पाठकों की सफलता की कामना करते हैं और कामना करते हैं कि आपकी मेहनत जरूर रंग लाएगी ।

यदि आप भी अपने संघर्ष के दिनों में है और इस लेख से जुड़े अपनी राय हमारे साथ साझा करना चाहते हैं तो दिल खोल कर अपनी टिप्पणी लिख डालें। आप हमें बता सकते हैं कि सफलता पाने के लिए आप कौन-कौन सी नीतियों पर काम करते हैं और इस लेख में बताई गई नीतियां आपके लिए कितनी फायदेमंद साबित हुई है।

हमें आपकी टिप्पणियों का बेसब्री से इंतजार रहेगा। लेख पढ़ने के लिए धन्यवाद।


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