मुश्किल समय में कौन सी चीज साहस देती है?

मुश्किल समय में कौन सी चीज साहस देती है?

  

मुश्किल समय हमारे जीवन का वह पल है, जहाँ से हमें सही राह या मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है | हर व्यक्ति की जिंदगी में यह समय आता ही है | यह समय ऐसा होता है जिसमे हमें जीवन की सच्चाई पता चलती है यह समय हमें अच्छे और बुरे की पहचान बता कर जाता है, कोई कोई सीख देकर जाता है | यह समय जब हमारे जीवन में आता है तो हमें कई मुसीबतो का सामना भी करना पड़ता है, परेशानी भी होती है | वास्तव में यही वह समय ये जीवन का जब हमें पता चलता है की कौन अपना है या कौन पराया |

कुछ निम्नलिखित बिंदुओं पर विचार करते है जो हमें मुश्किल समय में साहस देते है :-

माता-पिता का साथ :- बच्चे कोई भी बड़ी से बड़ी गलती भी कर दे तब भी माता-पिता के लिए वो हमेशा बच्चे ही होते है, हमेशा उनकी भूल को माफ़ करते है सही रास्ता दिखाते है | दुनिया में सभी का प्यार झूठा हो सकता है पर माता-पिता का नहीं, धरती पर माता-पिता भगवान का ही दूसरा रूप बोले जाते है इसलिए जब हम किसी भी मुश्किल समय में हो तब भगवान माता-पिता के रूप में हमारी मदद करते है, हमें उस मुश्किल से निकलने में मदद करते है | माता-पिता का साथ हमेशा हमें साहस देता रहता है चाहे हम कितनी ही बड़ी मुश्किल में क्यों ना हो | पिता की छाँव और माता का अंचल हमें हमेशा मुश्किलों से लड़ने की हिम्मत देता है | अपनों का साथ कितना जरुरी है एक उदहारण से समझते है -

  • जब रावण को मार कर भगवान राम ने रावण से पूछा की तुम तो मुझसे हर तरह में श्रेष्ठ हो, ज्ञान में, कुटुंब में, शास्त्रों में, बुध्दि में, फिर तुम हार कैसे गए मुझसे ? तो रावण ने उत्तर देते हुए कहा की हे; भगवन इस लड़ाई में आपका भाई आपके साथ था और मेरा भाई मेरे खिलाफ |

जहाँ अपने ही अपने साथ नहीं होते है तो इंसान हार जाता है | इसलिए कहा जाता है अगर हमारे अपने हमारे साथ होते है तो दुनिया की कोई शक्ति, कोई मुश्किल हमें हरा नहीं सकती है |

परिवार का साथ :-अगर कोई परेशानी से आप अकेले लड़ते हो तो बहुत समय लगता है उससे जीतने में क्युकी जब हम अकेले होते है, लड़ते एक परेशानी से है और चार जाती है, अकेलापन ना किसी लड़ाई को लड़ने देता है जीतने की हिम्मत देता है | अगर जीत भी जाते है तो वो ख़ुशी नहीं होती है | सलिए हमेशा परिवार के साथ रहे, कभी भी परिवार को अलग ना होने दे | क्युकी मुश्किल समय में परिवार से बड़ी कोई ताकत नही और एकता से बड़ा कोई साहस नहीं | एक छोटी सी कहानी से समझते हैं की अपनों का साथ कितना जरूरी है :-

*एक बार लोहा और सोना आपस में बात करते है, सोना लोहे से बोलता है की तुमको भी ठोका- पीटा जाता है और मुझे भी ठोका- पीटा जाता है तो लोहा तुमको जब आग में गर्म करके ठोका जाता है तब तो तू बहुत आवाज करता है में तो करता नहीं हु आवाज, ऐसा क्यों? लोहा मुस्कुराते हुए बोलता है तू ठीक कहता है सोना जब सुनार तुझे लोहे की हथोड़ी से ठोकता है तुझे दर्द नहीं होता है और मुझे जिससे ठोका जाता है वो भी लोहा है तो जब अपना अपने को पीटता है तो दर्द तो होता ही है |

धैर्य बनाये रखे :-जब हम कोई भी परेशानी में या मुसीबत में फस जाते है तब हमें संयम से काम लेना चाहिए | ऐसे समय में ही विवेक से काम लेकर परेशानियों से लड़ने का साहस रखना चाहिए | परेशानियों से लड़ते रहेंगे तो दो बाते ही हो सकती है

1 या तो आप जीत जाएंगे, अगर धैर्य से लड़ते रहे तो

2 या मुश्किले बड़ जाएंगी अगर आपने हार खुद मान ली तो |

जल्दबाजी में कोई भी परेशानी से निकला नही जा सकता है | हमेशा हमारी परेशानियों से लड़ने की कोशिश करे, मन में विश्वास रखे | निश्चित ही एक दिन आपकी जीत होगी, क्युकी आप जब तक परेशानियों से भागते रहोगे वो भी आपका पीछा नहीं छोड़ेगी आपको उनसे लड़ना ही होगा जीतना है तो |

जीवन में अच्छी संगती :-हमारी जिंदगी में कभी कभी कुछ ऐसी परेशानी जाती है जो हम परिवार या माता-पिता को नहीं बता पाते है | या हमे यह भ्रम होता है कि वो नहीं समझ पाएंगे, उनके साथ नहीं हुआ होगा ऐसा कुछ, उन्हें इस बात का अनुभव नहीं होगा | उस वक्त हमें मुश्किल से निकलने के लिए अच्छे मित्र या अच्छी संगति की आवश्यकता होती है | एक मित्र के सामने हम एक साफ आईने के सामान होते है वह निश्चित ही हमारी ताकत और कमजोरी दोनों को जानता है | इसलिए कोई भी मुश्किल समय में हमारे मित्र के साथ से अच्छा सहारा कोई और हो ही नहीं सकता | एक अच्छा मित्र सच में हमारी परछाई की तरह होता है | मुश्किल समय में कभी हमारा साथ नहीं छोड़ता है |


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