entrepreneur meaning in hindi - उद्यमी का अर्थ

entrepreneur meaning in hindi - उद्यमी का अर्थ

  

उद्यमी का अर्थ

दुनिया में हर इंसान अपने लिए कुछ अलग करना चाहता है। लेकिन ऐसा होता है कि हर किसी को सफलता नहीं मिल पाती। और कोई दुनिया में अमीर और बड़ा नहीं बन सकता। कहते हैं जब वह हम किसी चीज पर ध्यान लगाएं या किसी चीज को चाहे तो वह हमारे पास आ ही जाती है।

(Entrepreneur in Hindi) उघमीयों की सबसे बड़ी खासियत है यही होती है कि वह सारे इंसानों से अलग होते हैं वह सबसे अलग सोचते हैं यही हमें सारे इंसानों से अलग बनाती है। उद्यमी कभी छुट्टी हुई चीजों के पीछे नहीं भागते बल्कि उन चीजों के पीछे भागते हैं जिन्हें वह पकड़ सके। वह हमेशा सकारात्मक सोचते हैं हर नकारात्मक चीजों को हमेशा नजरअंदाज करते हैं। वह हमेशा आगे बढ़ते रहना पसंद करते हैं।

उघमीता किसे कहते हैं?

किसी विचार पर काम करके उसे एक व्यापार में बदल देना जिससे व्यापार का फायदा हो और वह आगे बढ़े इसी को उघमिता कहते हैं। बहुत लोगों को लगता है व्यापार करना बहुत ही आसान है पर यह बिल्कुल भी आसान नहीं है। इसमें सालों साल मेहनत करना पड़ता है तभी एक व्यापार बड़ा बन पाता है।

किसी भी चीज की शुरुआत करके उसे बड़ा बनाना बहुत ही मुश्किल होता है पर कोशिश करने वालों की कभी भी हार नहीं होती है ठीक वैसे ही हैं उघमिता की भी कभी हार नहीं होती है। उद्यमी कठिन कार्य करके अपने व्यापार को आगे बढ़ाता है।

उद्यमिता के प्रकार

(Entrepreneur Meaning in Hindi) उद्यमिता के बहुत सारे प्रकार होते हैं जिनका वर्णन नीचे किया गया है -

    ● स्केलेबल स्टार्टअप उघमिता

      ● लघु व्यवसाय उद्यमिता

        ● बड़ी कंपनी उद्यमिता

          ● सामाजिक उद्यमिता

          उद्यमिता की विशेषताएं

          उद्यमिता के गुणों या महत्व में निम्नलिखित बातें शामिल है -

          ▶︎ उद्यमिता रोजगार का सृजन करती है - उद्यमिता नए-नए अकुशल श्रमिकों को नौकरी में प्रवेश दिलाने का काम करती है। और उन्हें मेहनत और अनुभव हासिल करने में भी मदद करती है। उद्यमिता रोजगार बनाती है।

          ▶︎ नए विचार का जन्म होता है - उद्यमिता के द्वारा उद्यमी नई-नई वस्तु और सेवाओं को लोगों को बेचने के लिए व्यापार तक लाते हैं। इसे नया विचार का जरिया भी कहा जाता है।

          ▶︎ समाज और सामुदायिक विकास के लिए जरूरी - उद्यमिता रोजगार पैदा करती है, रोजगार अकेले समस्याओं को मिटा देता है। रोजगार के बड़ा होने से समाज खुद ही बड़ा हो जाता है। व्यापार बड़ा हो तो देश में गरीबी कम हो जाती है।

          ▶︎ जीवन स्तर को बेहतर बनाता है - रोजगार लोगों के जीवन स्तर में सुधार लाता है। लोगों द्वारा अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए वस्तुओं और सेवाओं को खरीदने की क्षमता है जीवन स्तर कहलाती है।

          उद्यमी और उद्यमिता के बीच अंतर

          उद्यमी और उद्यमिता के बीच अंतर को पहचानने के लिए सबसे आसान तरीका एक विक्रेता और एक बिक्री करने वाले को समझना है। उद्यमी दूर तक की सोच रखते हैं जो किसी विचार को बड़े या छोटे व्यवसाय में बदल सकते हैं। उद्यमिता व्यापार को जमीन से आसमान तक ले जाने और उसे बढ़ाने और चलाने की प्रक्रिया है।

          उद्यमी

            ● एक कर्ता जिसके पास उद्यम चला कर समाज को देने के लिए कुछ नया है उद्यमी कहलाता है ।

              ● यह नवप्रवर्तनक जो बाजार का नेतृत्व करने के लिए विचारोत्तेजक विचारों का उपयोग करता है।

                ● एक डेवलपर जो एक विचार को आकार देता है और एक व्यवसाय मॉडल बनाता है।

                  ● एक नेता जो लक्ष्य प्राप्त करने और समय सीमा को पूरा करने के लिए अपनी टीम को मार्गदर्शन और दिशा प्रदान करता है।

                    ● एक जोखिम लेने वाला जो भविष्य में उत्पन्न होने वाले मुद्दों का अनुमान लगा सकता है, उनके प्रभाव को कम कर सकता है और यहां तक कि व्यवसाय के लाभ के लिए गणना जोखिम भी ले सकता है।

                    उद्यमिता

                      ● यह एक व्यवस्थित, उद्देश्यपूर्ण और रचनात्मक प्रक्रिया है जो किसी व्यक्ति को व्यवसाय को सुचारू रूप से चलाने में मदद करती है।

                        ● यह लोगों को लीक से हटकर सोचने और अद्वितीय उत्पादों और सेवाओं की पेशकश करने के लिए प्रेरित करता है।

                          ● यह विभिन्न प्रकार के पेशेवर नेटवर्क बनाने और जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों के साथ पारस्परिक संबंधों को मजबूत करने में मदद करता है।

                            ● लाभ क्षमता व्यक्तियों को प्रेरित करती है और उन्हें केंद्रित रहने और संगठन को चालू रखने में मदद करती है।

                              ● एक व्यवसाय के जोखिम और पुरस्कार दोनों हैं, उधमिता लोगों को विश्वास की छलांग लगाने के लिए प्रोत्साहित करती हैं।

                              तकनीकी उद्यमिता और उद्यमिता के बीच अंतर

                              उद्यमी

                              प्रतिस्पर्धा करना पसंद करता है।

                                ● एक साथ कई काम करने में सक्षम है।

                                रचनात्मक है और उसके सपने और लक्ष्य हैं।

                                  ● अपने लिए काम करना और नियंत्रण में रहना पसंद करते हैं।

                                    ● वित्तीय सफलता प्राप्त करने और प्राप्त करने की तीव्र इच्छा से प्रेरित है।

                                      ● असफलता की संभावना के बजाए सफलता की संभावना पर अपना ध्यान केंद्रित करता है।

                                      टैक्नोप्रेन्योर

                                      एक टीम का हिस्सा है।

                                      एक साथ कई काम करने में सक्षम है लेकिन प्रत्यायोजित करना चुनता है।

                                      अधिक व्यापार दृष्टि रखता है।

                                      नवोन्मेष को नियंत्रित करने वाला है और एक विकास का हिस्सा बनना पसंद करता है।

                                      एक मजबूत दृष्टि और नवाचार करने के उनके जुनून से प्रेरित है।

                                      असफलता को गंभीरता से लें और जाने कि अगर सुधार किया जा सकता है तो यह सफलता की ओर ले जाएगा।

                                      इंट्राप्रेन्योर और एंटरप्रेन्योर के बीच अंतर

                                      उद्यमी और एंटरप्रेन्योर के बीच महत्वपूर्ण अंतर निम्नलिखित बिंदुओं में नीचे दिए गए हैं -

                                        ● एक उद्यमी को एक ऐसे व्यक्ति के रूप में परिभाषित किया जाता है जो एक नवीन विचार या अवधारणा के साथ एक नया व्यवसाय स्थापित करता है। संगठन का एक कर्मचारी जो उत्पाद, सेवा प्रक्रिया प्रणाली आदि में नवाचार करने के लिए अधिकृत है इंट्रप्रेन्योर के रूप में माना जाता है।

                                          ● एक उद्यमी स्वभाव से सहज होता है जबकि एक एंटरप्रेन्योर प्रकृति में पुनर्स्थापनात्मक होता है।

                                            ● एक उद्यमी खुद पूंजी जुटाता है। इसके विपरीत, एक एंटरप्रेन्योर को स्वयं धन जुटाने की आवश्यकता नहीं होती है। बल्कि यह कंपनी द्वारा प्रदान किया जाता है।

                                              ● एक उद्यमी एक नई स्थापित कंपनी में काम करता है। दूसरी ओर एक एंटरप्रेन्योर मौजूदा संगठन का एक हिस्सा है।

                                              उद्यमिता के उदाहरण

                                                ● फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग।

                                                  ● ईबे के संस्थापक पियरी ओमिड्यार।

                                                    ● माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स।

                                                      ● एक प्रसिद्ध ऑनलाइन समाचार साइट हफिंगटन पोस्ट की संस्थापक एरियाना हफिंगटन।

                                                        ● फिलकर की साथ संस्थापक कैटरीना फेक इंटरनेट पर छवियों और वीडियो को होस्ट करती है।

                                                        उद्यमिता की प्रमुख अवधारणाएं

                                                        उद्यमिता के इन चार प्रमुख तत्वों में संगठन नवाचार दृष्टि और जोखिम मौजूद हैं। इन सभी तत्वों पर संक्षेप पर चर्चा की गई है नीचे-

                                                        ▶︎ नवाचार - उद्यमिता की अवधारणा में नवाचार को प्रमुख माना गया है। एक उद्यमी अर्थव्यवस्था को नवाचार और विसंगति के रूप में जोड़ता है। और इनकी सकारात्मक सोच नए परिणाम को आश्वासन देती है। उद्यमी हमेशा विचार करके कुछ नया करना चाहते हैं। वह जैसी स्थिति होती है वैसा विचार करते हैं।

                                                        ▶︎ संगठन - संगठन सफल व्यवसाय का एक नया प्रमुख तत्व है। संगठन अगर ना हो तो उसके बिना सब कुछ बिगड़ जाएगा और कुछ भी काबू नहीं हो पाएगा। यह आगे चलकर हमारा नुकसान करेगा।

                                                        व्यापार में हमेशा कमी, ग्राहक कभी संतुष्ट नहीं हो पाएंगे और कर्मचारियों को तनाव होगा जिसकी वजह से काम करने वाले संगठन छोड़ सकते हैं। इसलिए हमें कंपनी के भीतर एक सभ्य संगठनात्मक संरचना को बनाए रखना चाहिए।

                                                        ▶︎ जोखिम - बिना जोखिम उठाए कोई भी व्यापार बड़ा नहीं हो सकता। लेकिन अगर हम ज्यादा जोखिम उठाए तो इससे हमारा गंभीर नुकसान भी हो सकता है। जोखिम उठाना फायदे का भी कारण है और नुकसान का भी कारण है यह हमारा विचार तय करता है कि हमें किस और जोखिम उठाना चाहिए। जिससे हमारा व्यापार और हमारी अर्थव्यवस्था दोनों काबू में रहे।

                                                        ▶︎ दृष्टि - एक उद्यमी के पास हर वक्त मजबूत दृष्टि होनी चाहिए। अगर वह सफल होना चाहता है तो उसे अपनी दृष्टि मजबूत रखनी ही होगी। एक उद्यमी आने वाले वर्षों में जिस तरह अपना व्यवसाय बढ़ाना चाहता है और हमेशा लाभ पाना चाहता है तो उसकी दृष्टि उसकी मदद करती है। हमें अपनी दृष्टि से सही काम की पहचान होती है जिससे हम जोखिम लेने में सक्षम हो पाते हैं। जिससे हमारी संस्कृति को सामने लाने में मदद मिलती है।

                                                        उद्यमिता के 15 लाभ

                                                        आइए जानते हैं उद्यमिता के 15 लाभ कौन-कौन से हैं -

                                                        1. आप अपना खुद का समय निर्धारित कर सकते हैं - एक उद्यमी होने का सबसे अच्छा लाभ यह है कि आप काम करने का समय खुद तय कर सकते हैं। अगर आपको किसी दिन काम करने का मन ना हो तो उन्हें वह काम उसी दिन करने की आवश्यकता नहीं है। आप अपना खुद का समय निर्धारित कर सकते हैं

                                                        2. आप अपनी नौकरी में हर दिन रचनात्मक बने - एक उद्यमी बनने का सबसे प्रमुख कारण यह है आप अपने काम पर हर दिन रचनात्मक हो सकते हैं। आपका कोई भी काम हो उसे उसी दिन करना है ऐसा कोई नियम नहीं है। चाहे वह समाज के लिए जुड़ाव हो या फिर रचनात्मक कोई प्रक्रिया उन सभी चीजों पर आपका खुद का नियंत्रण रहता है।

                                                        3. एक उद्यमी के रूप में एक लचीली अनुसूची का आनंद ले सकते हैं - उद्यमी के सर्वोत्तम कारणों में से एक है एक लचीला कार्यक्रम रखने में सक्षम होना। जब आप किसी कंपनी में काम करते हैं तो आप के छुट्टी के समय के सप्ताह, कभी-कभी महीनों बड़े रूप से अनुरोध करने की आवश्यकता होती है।

                                                        4. कहीं से भी और किसी वक्त काम करें - यदि आप एक ऑनलाइन व्यापार कर रहे हैं या किसी अन्य कंपनी में काम कर रहे हैं तो आप उसे ठीक से कर सकते हैं यह आपके ऊपर होता है कि आप उसे कब और कहां से करना चाहते हैं जोकि निश्चित रूप से एक व्यापारी होने के लाभों में से एक है।

                                                        5. वैसी सेवाएं चुने जिन्हें आप खुद ऑफर करना चाहते हैं - जो भी चीज करते हैं जो भी चीज दिखाते हैं उसे चुनना व्यवसाय चलाने के लाभों में से एक है। यदि आप कोई मैनेजर हैं लेकिन मालिक नहीं है तो आपको अपनी सेवा पेश करने की आवश्यकता है।

                                                        6. खुद के मालिक बने और सिर्फ खुद के लिए काम करें - एक उद्यमी होने का सबसे अच्छा लाभ यह होता है कि आप खुद के मालिक होते हैं। आपको कभी किसी को अपना काम बताने की जरूरत नहीं है। आप स्वतंत्रता से आपने काम कर सकते हैं।

                                                        7. हर दिन अलग होता है - एक उद्यमी के लिए कभी भी हर दिन एक जैसा नहीं होता। उनके काम से लेकर उनके खाने तक हर चीज में बदलाव होता है कभी-कभी वह एक वक्त पर हर काम नहीं कर सकते।

                                                        8. जब ग्राहक को चुनने की बात आती है तो आप एक कडे व्यापारी बन सकते हैं - मान लीजिए आप उन लोगों को चुनना चाहते हैं जो काम में सक्षम हो जो आपके साथ काम करने में सफल हो। चाहे वह क्लाइंट की बात हो या फिर काम में सफल होने की आपको बस यही करना है कि उन्हें बताएं कि आप एक अच्छे उद्यमी हैं।

                                                        9. जो भी काम कर रहे हैं उसमें हम बहुत सारा पैसा कमा सकते हैं- उसमें होने का सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह है कि आपका अपने पैसों पर नियंत्रण होगा आप जितना चाहेंगे उतना ही खर्च करेंगे।

                                                        10. अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाएं और विकास को अपने सामने देखें- उद्यमी अपने व्यवसाय को तेजी से बढ़ा सकते हैं अपने विचार और अपने मायने से। व्यापार का बढ़ना एक उद्यमी के लिए फायदा है। वह अपने काम करने वालों की आय से लेकर अपने काम में खर्च हुए आए सब पर नियंत्रण रखता है।

                                                        11. एक ऐसा व्यवसाय बनाएं जो आपके मूल्यों के साथ संगठित हो- एक उघमी ऐसा व्यवसाय बना सकता हैं जो आपके विश्वास हो और मूल्यों के साथ पूरी तरह मिलता जुलता हो। आप दिल से मजबूत हैं तो आप अपना व्यवसाय बढ़ा सकते हैं और आपको अपना मूल्य समान हितों को स्पष्ट रूप से दिखाना पसंद करते हैं।

                                                        12. उद्यमियों को अपने व्यवसाय में निवेशक रखने की अधिक संभावना है- एक उद्यमी होने का सबसे बड़ा लाभ यह है की आप अपने व्यवसाय में निवेशक रखने की अधिक संभावना रखते हैं क्योंकि आप इसमें पूरा परिश्रम करते हैं।

                                                        13. ग्राहकों के साथ अच्छे से काम करके अपने द्वारा बदली गई जिंदगी को देखें- मान लीजिए आप ही कर्मचारी हैं तो आप लोगों की जिंदगी को देखने की संभावना नहीं रखते हैं आप अपने काम में सीधे जुट जाते हैं।

                                                        14. आप नए नए विचारों को आजमा सकते हैं- आप उद्यमी के रूप में नए-नए विचार आजमा सकते हैं जैसे आप जोखिम उठाते हैं। आपका अपने व्यवसाय पर स्वतंत्र शासन होता है।

                                                        15. यह पता लगाएं कि आप क्या करना पसंद करते हैं- उघमी होने का सबसे बड़ा लाभ यह है कि आपके पास सबसे अच्छा अवसर यह है कि आप या पता लगा सकते हैं कि आपके लिए जरूरी क्या है और आप क्या पसंद करते हैं। उसका आप वास्तव में आनंद लेते हैं

                                                        उद्यमिता के लक्षण

                                                        1. जोखिम उठाने की क्षमता

                                                        कोई भी उद्यमी जब किसी नया विचार पर काम करना शुरू करता है जो उसके सफल होने का मौका बढ़ जाता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि लोग उसके द्वारा दिए गए सर्विस को पसंद करते हैं या नहीं पसंद करते हैं। नए विचार को लेने के बाद उद्यमी यह नहीं सोच सकता कि उसे सफलता ही मिलेगी। पर उद्यमियों को हर समय नई-नई चुनौती का सामना करना ही पड़ता है।

                                                        2. नए विचार करने की क्षमता

                                                        किसी भी वस्तु या किसी भी सर्विस में कुछ नया करके उसे उपयोग बनाना ही उद्यमी के लिए जरूरी होता है। यदि किसी भी व्यक्ति में ऐसा गुण पाया जाए जो पुरानी चीजों को या किसी बेकार वस्तु को उपयोग लायक बना सके जिससे वह दूसरों के काम में आए तो वह व्यक्ति अपने गुणों के आधार पर उद्यमी बनने की क्षमता रखता है।

                                                        3. भविष्य को देखने की क्षमता

                                                        किसी भी उद्यमी की बड़ी योग्यता भविष्य को देखने की क्षमता है। बहुत से ऐसे लोग होते हैं जो किसी भी चीज पर कार्य करके उसे भविष्य में काम आने लायक बनाते हैं जिससे दूसरों को मदद मिले। भविष्य को पता करना या देखना जादू नहीं है बल्कि कोई भी व्यक्ति अपने वर्तमान से अपने भविष्य का पता लगा सकता है और अगर वह चाहे तो एक सफल उद्यमी बन सकता है।

                                                        4. मालिक बनने की क्षमता

                                                        कोई भी व्यक्ति अकेला अपने व्यवसाय को बड़ा नहीं कर सकता। उसे कभी ना कभी अपने मदद के लिए दूसरे व्यक्ति की जरूरत पड़ती है। चाहे वह विचार को लेकर हो या फिर नई युक्ति के बारे में हो उसे अपनी एक टीम बनानी पड़ती है।

                                                        कोई भी व्यक्ति अपने मालिक बनने की क्षमता से एक सफल व्यवसाय खड़ा कर सकता है और अपने व्यवसाय के लिए एक अच्छी टीम बना सकता है। कुछ लोगों में मालिक बनने की क्षमता जन्म से ही होती है और यदि नहीं होती तो हमें खुद में मालिक बनने की क्षमता लानी चाहिए।

                                                        5. स्वयं को प्रेरित करने की क्षमता

                                                        एक उद्यमी खुद को स्वयं प्रेरित कर सकता है। उसे कभी किसी की जरूरत नहीं होती बल्कि उसका निर्णय उसकी लगन और उसकी ताकत इतनी ज्यादा होती है जिससे वह दूसरों की मदद ना लेकर खुद को स्वयं प्रेरित कर लेता है।

                                                        वह स्वयं को प्रेरित करने की क्षमता रखता है। और इसी वजह से वह अपने व्यवसाय में काम करने वाले कर्मचारियों को भी प्रेरित करने की क्षमता रखता है। ऐसा व्यक्ति कभी भी किसी भी हालत में हार नहीं मानता और खुद को सफल बनाता है।

                                                        विभिन्न प्रकार के उद्यमी

                                                        हर उद्यमी एक जैसा नहीं होता कोई सफल होता है कोई असफल सभी का लक्ष्य एक समान नहीं होता। चलिए जानते हैं विभिन्न प्रकार के उद्यमी कौन-कौन से हैं:

                                                          ● निर्माता

                                                            ● अवसरवादी

                                                              ● अन्वेषक

                                                                ● अपर्याप्त बाजार अनुभव

                                                                  ● मानव संसाधन समस्या

                                                                    ● गैर-रणनीतिक योजना

                                                                    निष्कर्ष

                                                                    (Entrepreneur in Hindi) उद्यमिता एक मानसिकता है, एक दृष्टिकोण है। यह चीजों को करने के लिए एक विशेष दृष्टिकोण अपना रहा है। एक उद्यमी बनने की प्रेरणाएँ विविध है, और इसमें वित्तीय पुरस्कार की संभावना व्यक्तिगत मूल्यों और हितों की खोज और सामाजिक परिवर्तन में रूचि शामिल हो सकती है। एक नए अवसर या चिंता को नए तरीके से संबोधित करने के लिए सफल (Entrepreneur Meaning in Hindi) उद्यमिता को अक्सर रचनात्मक और नवीनता की आवश्यकता होती है।


                                                                    अपनी राय पोस्ट करें

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